इंट्राडे टर्नओवर कैलकुलेशन: एक सरल गाइड

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स्टॉक मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग एक लोकप्रिय तरीका है जिसमें एक ही दिन में शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। इस प्रक्रिया में, ट्रेडर्स को अपने टर्नओवर की सही गणना करना बहुत जरूरी होता है। टर्नओवर यानी कि एक दिन में किए गए सभी लेनदेन का कुल मूल्य। यह ब्लॉग आपको इंट्राडे टर्नओवर के बारे में सरल हिंदी में समझाएगा। हम जानेंगे कि टर्नओवर की गणना कैसे की जाती है, इसका क्या महत्व है, और यह टैक्स ऑडिट से कैसे जुड़ा है। चाहे आप नए ट्रेडर हों या अनुभवी, यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी होगी।
 

इंट्राडे टर्नओवर क्या है?

इंट्राडे टर्नओवर एक दिन के अंदर किए गए सभी ट्रेडिंग लेनदेन का कुल मूल्य होता है। यह आपकी ट्रेडिंग गतिविधि का एक महत्वपूर्ण मापक है। आइए इसे और गहराई से समझें:

  1. दैनिक गतिविधि का मापक: यह बताता है कि आप एक दिन में कितनी बार ट्रेड करते हैं।
  2. खरीद और बिक्री दोनों शामिल: इसमें आपके द्वारा खरीदे और बेचे गए सभी शेयरों का मूल्य जोड़ा जाता है। 
  3. शॉर्ट-टर्म प्राइस मूवमेंट का फायदा: ट्रेडर्स कीमतों में छोटे बदलावों का फायदा उठाते हैं। 
  4. एक ही दिन में सेटलमेंट: सभी ट्रेड उसी दिन पूरे होते हैं। 
  5. तेज निर्णय लेना: इंट्राडे ट्रेडिंग में जल्दी और सटीक फैसले लेने पड़ते हैं।
     

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सामग्री की तालिका

  1. इंट्राडे टर्नओवर क्या है?
  2. टर्नओवर की गणना कैसे करें?
  3. टैक्स ऑडिट के लिए टर्नओवर की भूमिका - H2 Listicles
  4. टर्नओवर गणना का महत्व
  5. टर्नओवर गणना के टिप्स 

टर्नओवर की गणना कैसे करें?

इंट्राडे टर्नओवर की गणना करने के लिए आपको दो मुख्य तरीकों के बारे में जानना चाहिए: 

  1. ट्रेड-वाइज मेथड
  2. स्क्रिप-वाइज मेथड 

आइए एक उदाहरण के साथ दोनों को समझें:

ट्रेड-वाइज टर्नओवर मेथड

इस विधि में, पूरे वित्तीय वर्ष के दौरान हर ट्रेड से हुए फायदे और नुकसान के पूर्ण मूल्य को जोड़कर कुल लाभ निकाला जाता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में टर्नओवर का एक उदाहरण यहाँ दिया गया है:

मान लीजिए एक ट्रेडर ने वित्तीय वर्ष में कई ट्रेड किए। उदाहरण के लिए:

ट्रेड 1: 25 जनवरी, 2023 को, ट्रेडर ने 120 रुपये में एक कंपनी के 300 शेयर खरीदे, और 26 जनवरी, 2023 को उन्हें 110 रुपये में बेच दिया 

ट्रेड 2: 25 फरवरी, 2023 को, ट्रेडर ने 50 रुपये में एक कंपनी के 250 शेयर खरीदे, और 26 फरवरी, 2023 को उन्हें 55 रुपये में बेच दिया।

अब हम कुल लाभ निकालेंगे: 

ट्रेड 1 से लाभ: (110 - 120) * 300 = (-3000) नुकसान

ट्रेड 2 से लाभ: (55 - 50) * 250 = 1,250 रुपये लाभ

कुल लाभ का पूर्ण मूल्य = 4,250 रुपये
 

स्क्रिप-वाइज टर्नओवर मेथड

इस विधि में, पूरे वित्तीय वर्ष के दौरान हर स्क्रिप (या स्टॉक) से हुए फायदे और नुकसान के पूर्ण मूल्य को जोड़कर कुल लाभ निकाला जाता है। हम उसी उदाहरण को आगे बढ़ाते हैं:

कंपनी से कुल नुकसान = -3,000 (ट्रेड 1 से नुकसान) + 1,250 (ट्रेड 2 से लाभ) = -1,750

कुल लाभ = |-1,750| = 1,750 रुपये

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि दोनों विधियों में लाभ या हानि समान रहती है, लेकिन इंट्राडे टर्नओवर की गणना काफी अलग हो सकती है। ट्रेड-वार विधि एक विस्तृत मूल्यांकन देती है लेकिन अधिक जटिल हो सकती है, जबकि स्क्रिप-वार विधि गणना में सरलता प्रदान करती है। सही ट्रेडिंग टर्नओवर गणना के लिए कुल लाभ को समझना आवश्यक है, जो ट्रेडर्स को वित्तीय प्रदर्शन का प्रभावी विश्लेषण करने में मदद करता है।
 

टैक्स ऑडिट के लिए टर्नओवर की भूमिका - H2 Listicles

टर्नओवर की गणना टैक्स ऑडिट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अगर आपका टर्नओवर एक निश्चित सीमा से ज्यादा हो जाता है, तो आपको टैक्स ऑडिट करवाना पड़ सकता है। यह सीमा अलग-अलग प्रकार की ट्रेडिंग के लिए अलग-अलग हो सकती है। 

  1. इक्विटी इंट्राडे ट्रेडिंग:

   टर्नओवर = सभी ट्रेड का एब्सोल्यूट प्रॉफिट 

  1. इक्विटी डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग:

   टर्नओवर = बेचे गए शेयरों का कुल मूल्य 

  1. फ्यूचर्स और ऑप्शंस ट्रेडिंग:

   टर्नओवर = सभी ट्रेड का एब्सोल्यूट प्रॉफिट

टर्नओवर गणना का महत्व

टर्नओवर गणना व्यवसाय की आर्थिक स्थिति को समझने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। यह कंपनी की बिक्री और विकास की गति को दर्शाता है, जो निवेशकों और प्रबंधकों के लिए बहुत उपयोगी जानकारी होती है। 

  1. टैक्स प्लानिंग: सही टर्नओवर गणना आपको बेहतर टैक्स प्लानिंग में मदद करती है। 
  2. व्यापार का आकलन: यह आपको बताता है कि आप कितनी सक्रियता से ट्रेड कर रहे हैं। 
  3. जोखिम प्रबंधन: उच्च टर्नओवर का मतलब ज्यादा जोखिम हो सकता है। 
  4. रणनीति में सुधार: अपने टर्नओवर को समझ कर आप अपनी ट्रेडिंग रणनीति को बेहतर बना सकते हैं। 
  5. नियामक अनुपालन: सही टर्नओवर गणना आपको नियमों का पालन करने में मदद करती है।

टर्नओवर गणना के टिप्स 

टर्नओवर गणना के कुछ सरल टिप्स आपके व्यवसाय को बेहतर समझने में मदद कर सकते हैं। इन टिप्स का पालन करके आप अपनी कंपनी की वित्तीय स्थिति का सही आकलन कर सकते हैं और भविष्य की योजना बना सकते हैं।

  1. सटीक रिकॉर्ड रखें: हर ट्रेड का विस्तृत रिकॉर्ड रखें। 
  2. सॉफ्टवेयर का उपयोग करें: ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर आपकी गणना को आसान बना सकते हैं। 
  3. नियमित अपडेट करें: अपने टर्नओवर को रोज अपडेट करें। 
  4. विभिन्न प्रकार के ट्रेड अलग रखें: इंट्राडे, डिलीवरी, और F&O ट्रेड को अलग-अलग रखें। 
  5. एक्सपर्ट की सलाह लें: किसी टैक्स सलाहकार या CA से मदद लें।

समाप्ति  
इंट्राडे टर्नओवर की सही गणना एक सफल ट्रेडर बनने की कुंजी है। यह न केवल आपको आपकी ट्रेडिंग गतिविधि का सटीक चित्र देता है, बल्कि टैक्स नियमों का पालन करने में भी मदद करता है। याद रखें, सफल ट्रेडिंग सिर्फ प्रॉफिट कमाने के बारे में नहीं है, बल्कि अपने व्यापार को समझने और उसका सही प्रबंधन करने के बारे में भी है। अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं या अपने मौजूदा ट्रेडिंग अनुभव को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो BlinkX ट्रेडिंग ऐप डाउनलोड करने पर विचार कर सकते हैं। यह एक भरोसेमंद प्लेटफॉर्म है जो आपको मिनटों में डीमैट अकाउंट खोलने की सुविधा देता है। BlinkX ट्रेडिंग ऐप तेज ऑर्डर प्लेसमेंट, पर्सनलाइज्ड अलर्ट्स, और कई अन्य सुविधाओं के साथ आपकी ट्रेडिंग यात्रा को आसान और रोमांचक बनाता है।

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इंट्राडे टर्नओवर से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

टर्नओवर की गणना टैक्स प्लानिंग, जोखिम प्रबंधन और ट्रेडिंग रणनीति को बेहतर बनाने में मदद करती है।

ट्रेड-वाइज मेथड हर ट्रेड का अलग-अलग हिसाब रखता है, जबकि स्क्रिप-वाइज मेथड हर शेयर के लिए कुल प्रॉफिट/लॉस देखता है।

नहीं, अलग-अलग प्रकार की ट्रेडिंग जैसे इंट्राडे, डिलीवरी, और F&O के लिए टर्नओवर गणना अलग-अलग हो सकती है।

नहीं, टर्नओवर आपकी कुल ट्रेडिंग गतिविधि को दर्शाता है, जबकि प्रॉफिट आपकी कमाई को बताता है।

हां, कई ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ऐप्स हैं जो आपकी टर्नओवर गणना में मदद कर सकते हैं।